कर्नाटक हाई कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला – महिलाओं को जमानत मामलों में मिलेगी विशेष प्राथमिकता।

महिलाओं के परिवारिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता। 

महिलाओं के परिवारिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता। 

हाई प्रोफाइल अपहरण मामले में मिली अग्रिम जमानत। 

न्यायाधीश कृष्णा एस दीक्षित की टिप्पणी – जमानत मामलों में महिलाओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।

महिलाओं की हिरासत से पहले सतर्कता बरतने की सलाह। 

वयस्क बच्चों के अपराधों को रोकने की कोई कानूनी जिम्मेदारी नहीं। 

महिलाओं की अनुपस्थिति परिवारिक जीवन को प्रभावित करती है। 

अन्यायपूर्ण आरोपों पर हाई कोर्ट का रुख – रेवन्ना की सहयोग न करने की आलोचना को खारिज किया।

जमानत नियम है और जेल अपवाद" के सिद्धांत की पुनः पुष्टि। 

न्याय के संतुलित दृष्टिकोण की वकालत, कठोर उपायों को खारिज किया।